आज मुश्किल हो गया है परिवार चलना, कितना बदल गया है जमाना। आज मुश्किल हो गया है परिवार चलना, कितना बदल गया है जमाना।
मेरी सही जगह पिंजरा नहीं आसमान है। मेरी सही जगह पिंजरा नहीं आसमान है।
उम्मीदों की चादर तानकर सोना है। उम्मीदों की चादर तानकर सोना है।